आयकर विभाग की 150 वीं वर्षगाँठ का आयोजन ।
आयकर विभाग की 150 वीं वर्षगाँठ के अवसर पर शनिवार 24 की शाम कोलकाता के नेशनल लाईब्रेरी सभागार में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत श्री गौतम चौधुरी, मुख्य आयकर आयुक्त, कोलकाता - I द्वारा दीप प्रज्जवलन से हुई। अपने स्वागत वक्तव्य में उन्होंने संक्षेप में विभाग की गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला।
मुख्य आकर्षण रहा, विभाग द्वारा कॉर्पोरेट सेक्टर तथा विभिन्न क्षेत्रों के लब्ध-प्रतिष्ठित कर दाताओं का सम्मान। इस श्रृंखला में मशहूर शास्त्रीय गायिका पद्मश्री गिरिजा देवी, स्वागता लक्ष्मी दास, उस्ताद रशीद खान, पंडित तन्मय बोस, गायक इंद्रनील सेन, गायक नचिकेता चक्रवर्ती, फिल्म क्षेत्र से अपर्णा सेन, निर्देशक बुद्धदेवा दासगुप्ता, अभिनेता प्रसेनजीत, जीत, सव्यसाची चक्रवर्ती, अभिनेत्री रीतुपर्णा सेनगुप्ता, खेलजगत से चुन्नी गोस्वामी, पी. के बैनर्जी, मशहूर क्रिकेटर सौरभ गांगुली, वाई चांग भुटिया, दिव्येंदु बरुआ, दोला बैनर्जी, लेखन जगत से शीर्षेन्दु मुखोपाध्याय, बुद्धदेव गुहा, रंगकर्म से रुद्रप्रसाद सेनगुप्ता तथा उषा गांगुली आदि विभिन्न सेलिब्रिटिज़ को सम्मानित किया गया।
क़ॉर्पोरेट क्षेत्र में आई. टी. सी, इलाहाबाद बैंक, यूको बैंक, यू. बीय आई, सी.ई.एस. सी, डी.वी.सी., टाटा टी, बिरला कॉर्पोरेशन, पीयरलेस जनल फाइनेंस, बॉल्मर लॉरी, एन्ड्रयु यूल, नेशनल इन्शयोरेंस तथा अन्य शामिल हैं।
पद्मश्री गिरिजा देवी ने कहा कि मैं आज 82 वर्ष की हूँ तथा 1948 से कर अदा करती आ रही हूँ। सभी करादाताओं ने कहा कि कर भुगतान द्वारा प्राप्त राजस्व को देश के विकास कार्यों में लगाया जाता है, अत: सभी को ज़िम्मेदार तथा ईमानदार नागरिक की हैसियत से ईमानदारी से अपने कर का भुगतान करना चाहिए।
अपने उत्कृष्ट कार्य निष्पादन हेतु विभाग के अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया। मौके पर विभाग के सेवानिवृत्त मुख्य आयकर आयुक्त, श्री एस. के गंगोपाध्याय, आयकर गोया के भूतपूर्व अध्यक्ष श्री देबनाथ मुखोपाध्याय तथा आयकर कर्मचारी संघ, कोलकाता के भूतपूर्व महासचिव श्री तरुण दत्ता आदि ने भी अपने वक्तव्य तथा अनुभव श्रोताओं के साथ बाँटे।
कार्यक्रम के आरंभ में आयकर विभाग की गतिविधियों से संबंधित ऑडियो-विज़ुयल प्रस्तुति भी दिखाई गई। उल्लेखनीय है कि जाने-माने अभिनेता ओम पुरी ने इसमें अपनी आवाज़ दी है। 24 जुलाई 1860 को तत्कालीन भारत सरकार के प्रथम वाइसरॉय के वित्तीय सदस्य मिस्टर जॉन विल्सन ने ब्रिटिश साम्राज्य में प्रचलित आयकर प्रणाली को इनट्रोडूस किया था। इस वर्ष मिस्टर विल्सन की 150 वीं पुण्यतिथि भी है, 11 जुलाई 1860 को कोलकाता में उनका निधन हो गया था।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत् श्रीमती स्वागता लक्ष्मी दास ने अपनी गायकी की विविधता से श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया।
प्रस्तुति - नीलम शर्मा 'अंशु'
इसे कहते हैं सही सोच, सही भावना, सही निर्णय और सही कदम....
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