सुस्वागतम्

समवेत स्वर पर पधारने हेतु आपका तह-ए-दिल से आभार। आपकी उपस्थिति हमारा उत्साहवर्धन करती है, कृपया अपनी बहुमूल्य टिप्पणी अवश्य दर्ज़ करें। -- नीलम शर्मा 'अंशु

12 जुलाई 2011

दीवाने हैं, दीवानों को न घर चाहिए, मोहब्बत भरी एक नज़र चाहिए।


13 जुलाई 1939 को उत्तर प्रदेश के बिजनौर में जन्में थे प्रकाश मेहरा । 1968 में प्रदर्शित हसीना मान जाएगी उनके द्वारा निर्देशित पहली फिल्म थी तथा 1996 में प्रदर्शित बाल ब्रह्मचारी अंतिम। अमिताभ बच्चन के साथ उनकी अच्छी ट्यूनिंग रही। 1973 में ज़ंजीर के ज़रिए ऐंग्री यंगमैन के रूप में उन्होंने अमिताभ बच्चन को पेश किया। ज़ंजीर से शुरू हुआ यह साथ खून पसीना, हेराफेरी, मुक्ददर का सिकंदर, लावारिस, नमक हलाल, शराबी (मूँछे हों तो नत्थु लाल जी जैसी) जादूगर तक चला। इस साथ ने दोनों के करियर में नए आयाम जोड़े। मुकद्दर का सिकंदर मेरे द्वारा जीवन में देखी गई पहली फिल्म थी। 

प्रकाश मेहरा निर्देशित हसीना मान जाएगी में जहां बतौर अभिनेत्री बबिता ने अभिनय ने किया था, वहीं 1999 में डेविड धवन निर्देशित हसीना मान जाएगी में करिश्मा कपूर ने।

आज जन्म दिन के अवसर पर समवेत स्वर परिवार की उन्हें भाव-भीनी श्रद्धांजलि।




प्रस्तुति - नीलम अंशु 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें