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19 सितंबर 2009

आयकर विभाग में हिन्दी पखवाड़े/हिन्दी दिवस का आयोजन

श्री गौतम चौधरी, मुख्य आयकर आयुक्त, की अध्यक्षता में आयकर विभाग में दिनांक 03 सितंबर से 16 सितंबर तक हिन्दी पखवाड़े एवं हिन्दी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि, कवि-लेखक-चिंतक-समीक्षक एवं भारतीय भाषा परिषद के निदेशक डॉ. विजय बहादुर सिंह ने इस मौके पर बोलते हुए कहा कि ‘भारत के लोगों की संपर्क भाषा है हिन्दी। भाषाएं, अपने बोलने वालों के बल पर ज़िंदा रहती हैं। अंग्रेजों के आगमन से पूर्व छह सौ सालों तक फारसी हिंदुस्तान की राजभाषा थी। आज फारसी का नामोनिशान तक नहीं है। पूरे देश में मुश्किल से सौ-दो सौ से कम ही छात्र होंगे फारसी के।’ पखवाड़े के दौरान निबंध लेखन, वाद-विवाद, टिप्पण-आलेखन आदि विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया एवं विजेता प्रतिभागियों को क्रमश: रुपए 5,000, 3000/-, 2000/- 1,000/- के नकद पुरस्कारों से पुरस्कृत किया गया।
आधिक से अधिक सरकारी काम-काज हिन्दी में किए जाने के लिए मुख्य आयकर आयुक्त, केन्द्रीय –II के कार्यालय को विभागीय राजभाषा चल शील्ड प्रदान की गई, जिसे प्राप्त करते हुए आयकर आयुक्त श्री नरेन्द्र प्रताप सिंह ने अपने सहयोगियों को इसका श्रेय दिया। राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से विभाग द्वारा ‘पूर्वांचल’ पत्रिका में प्रकाशित सर्वोत्कृष्ट रचनाओं के लिए श्री एन।पी. सिन्हा, आयकर आयुक्त, श्री सी. पी. भाटिया, अपर आयकर आयुकत व अंकित अनुराग को क्रमश प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कारों से पुरस्कृत किया गया। मूल रूप से हिन्दी में काम-काज करने के लिए प्रोत्साहन योजना के तहत् प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय तीन पुरस्कार दिए गए।


इस मौके पर मुख्य अतिथि डॉ. विजय बहादुर सिंह ने विभागीय त्रिभाषी पत्रिका ‘पूर्वांचल’ के बीसवें अंक का लोकार्पण किया। साथ ही उन्होंने सहायक निदेशक (राजभाषा) सुश्री नीलम शर्मा ‘अंशु’ द्वारा हिन्दी में अनूदित बांग्ला के जाने-माने लेखक समीरण गुहा के उपन्यास ‘गोधूलि गीत’ का लोकार्पण भी किया। लेखक की हिन्दी में अनूदित यह पहली कृति है।

इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। सुश्री श्रावणी घोष के गायन से गीत-संगीत कार्यक्रम आरंभ हुआ। उन्होंने भजन तथा शास्त्रीय गीत सुनाए। अंकित अनुराग ने कवि जयशंकर प्रसाद की रचनाओं की संगीतमयी प्रस्तुति से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। गायक पुलक दास ने हेमंत कुमार एवं किशोर कुमार के गीतों से श्रोताओं का मनोरंजन किया।

विशेष आकर्षण रहे दुआर्स के गायक नूपुर गांगुली। उन्होंने होठों से छू लो तुम, आईए बारिशों का मौसम है, चिट्ठी आई है और सोने जैसा तन है चांदी जैसे केस आदि गीत और ग़ज़लों द्वारा लोगों का दिल जीता। साथ ही शहर की रंगमंचीय संस्था लिटिल थेस्पियन ने मधु काकंरिया रचित कहानी ‘फाइल’ का भावपूर्ण मंचन प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम के आरंभ में श्री प्रमोद चन्द्र श्रीवास्तव, आयकर आयुक्त व राजभाषा अधिकारी ने स्वागत वक्तव्य रखा। मुख्य आयकर आयुक्त व अध्यक्ष श्री गौतम चौधुरी ने अधिक से अधिक कार्य हिन्दी में किए जाने पर कर्मचारियो की सराहना की एवं संतोष व्यक्त किया। प्रमोद कुमार सिंह, उप निदेशक (राजभाषा) ने धन्यवाद ज्ञापन किया। पूरे कार्यक्रम का संचालन किया नीलम शर्मा, सहायक निदेशक (रा. भा.) ने। मंच पर उपस्थित अन्य अतिथियों में थे आयकर अन्वेषण के महानिदेशक श्री विनोद खुराना।



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